1. शोध लेख: मायानन्द मिश्रक इतिहास बोध (आँगा)
गणेष- ई अध्याय 4000 वर्ष पूर्वसँ शुरू होइत अछि। स्त्री-पुरुष संबंध आ’ पितृ कुलक आरंभक चर्चा शुरू भेल। नून अनबाक आ’ खेबाक प्रारंभ भेल। नून अनबासँ कुलक नाम नोनी पड़ल। जव आ’ गहूमक खेतीक प्रारंभाअ’ दूध दुहबाक आरंभ देखाओल गेल अछि। हाथीक पालनक प्रारंभाअ’ अदल-बदलीसँ विनिमयक प्रारंभ सेहो शुरू भेल।शिस्न देव पर जल आ’ पात चढ़ेबाक प्रारंभ सेहो भेल। यवकेँ कूटब आ’ बुकनी करबाक प्रारंभ भेल। गहूमकेँ चूरब आ’ पानिमे भिजा कय आगिमे पकायब प्रारंभ भेल। पक्षिपालन करयबला एकटा भिन्न दल छल। मृतक-संस्कार आ’ मृत्यु पर कनबाक प्रारंभ सेहो भेल।लिपिक प्रारंभ सेहो भेल।
हर- एहि अध्यायक प्रारंभ 3500 ई.पू. देखायल गेल अछि। नूनक व्यापार आ’ सुगढ़ नावक निर्माण प्रारंभ भेल। पैलीक कल्पना नपबाक हेतु भेल। हर-आ’ बरदक सम्मिलन प्रारंभ भेल। इनार खुनबाक प्रारंभ आ’ जनक लंबवतक अतिरिक्त चौड़ाइमे बसबाक प्रारंभ सेहो भेल। घर बनएबाक प्रारंभ सेहो भेल।कारी, गोर आ’ ताम्रवर्णी कायाक बेरा-बेरी आगमन होइत रहल।
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